तेल और तेल की धार, बदल देंगे,
ठान लिया तो संसार, बदल देंगे,
लूट, चोरी, सीनाजोरी बहुत हो चुकी अब तलक
वक़्त आ गया है, हम सरकार बदल देंगे ..........
शबनम को, आग लिखेंगे
इश्क़ को, इंकलाब लिख्नेगे
दिल में बैठा फनकार बदल देंगे
लूट चोरी , सीनाजोरी बहुत हो चुकी अब तलक
वक़्त आ गया है, हम सरकार बदल देंगे ..........
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