मंगलवार, 24 जुलाई 2012

अब अवतार लो गोविन्द.......

कृष्ण जन्माष्टमी के लिए विशेष रूप से लिखी रचना
(आप सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की ढेर सारी शुभकामनाये)


अब अवतार लो गोविन्द, अब अवतार लो गोविन्द
भज स्वीकार लो गोविन्द, भज स्वीकार लो गोविन्द...........

झूठ कपट छल चोरी अब तो हो रही बीच बाज़ार

नंग खड़ा है मानव देखो करने को व्यापार

कर उद्धार दो गोविन्द , कर उद्धार दो गोविन्द

अब अवतार लो गोविन्द, अब अवतार लो गोविन्द...........

माखन रोता, मिश्री रोती , रोये कदम्ब की डाली

तज डाला है नाम हरी का, मुह पे रहती गाली

गीता सार दो गोविन्द, गीता सार दो गोविन्द

अब अवतार लो गोविन्द , अब अवतार लो गोविन्द...........

हम भी समझे, तुम भी समझे, समझे ये जग सारा
मिथ्या है माया में फंसना, हरि का नाम है प्यारा

भव से तार दो गोविन्द, भव से तार दो गोविन्द
अब अवतार लो गोविन्द, अब अवतार लो गोविन्द...........


---------------------------------कवि  प्रभात कुमार भारद्वाज"परवाना"

वेबसाईट का पता:- http://prabhatkumarbhardwaj.webs.com/


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